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शनिवार, 22 जून 2024

चिकित्सा के क्षेत्र में उज्ज्वल भविष्य — अवनीश सिंह चौहान


बरेली : आज देश के कई संस्थानों में छात्र-छात्राओं के लिए चिकित्सा के क्षेत्र में पठन-पाठन की अपार संभावनाएं हैं। इसका मुख्य कारण इस क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे सार्थक कार्य हैं, जिससे चिकित्सा-शिक्षा, स्वास्थ्य-सेवा और शोध-कार्यों की गुणवत्ता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही  है।
 
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी कार्य-योजना को विस्तार देने के लिए हेल्थ केयर वर्कर्स, सोशल ऑर्गेनाइजेशंस और जीवन के अन्य कई क्षेत्रों के प्रतिष्ठित लोगों के साथ मिलकर चिकित्सा से संबंधित पाठ्यक्रमों के अध्ययन-अध्यापन हेतु उपलब्ध पाठ्यक्रमों से सम्बंधित कार्यनीति बनाई है, ताकि जरूरत के हिसाब से कुशल एवं कर्मठ चिकित्सीय सेवाकर्मियों को तैयार किया जा सकें। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए वर्तमान में देश के कई संस्थानों में मेडिकल, पैरामेडिकल, डेंटल, आयुर्वेद, नर्सिंग, फार्मेसी आदि में ‘डिप्लोमा’, ‘अण्डर ग्रेजुएट’, ‘पोस्ट ग्रेजुएट’ और ‘पीएचडी’ आदि की शिक्षा बेहतर ढंग से प्रदान की जा रही है।

उच्चस्तरीय स्वास्थ्य शिक्षा

आज देश में कई ऐसे सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान उपलब्ध हैं जिनकी गणना देश के शीर्ष चिकित्सा संस्थानों में की जाती है। पिछले कुछ वर्षों से देश की कई पत्र-पत्रिकाएं अपने सर्वेक्षण में इस क्षेत्र में कार्यरत कई संस्थानों को सम्मानजनक स्थान प्रदान करती रही हैं। ये संस्थान उच्चस्तरीय स्वास्थ्य शिक्षा के साथ शोधपरक कार्यों में भी विशेष रुप से सक्रिय है, जिसका परिणाम यहाँ के प्रोफेसरों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षण-प्रशिक्षण, शोध-पत्रों के प्रकाशन और वैचारिक संगोष्ठियों आदि में सार्थक सहभागिता के रूप में भी देखा जा सकता है।

व्यावहारिक ज्ञान पर फोकस

चिकित्सा के क्षेत्र में सक्रिय स्तरीय संस्थानों के पास मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल होते है, जिनमें अत्याधुनिक मशीनों के माध्यम से उच्चस्तरीय शिक्षा एवं स्वास्थ्य-सेवाएँ प्रदान की जाती हैं। इन संस्थानों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचलित तकनीक का प्रयोग कर शिक्षण-प्रशिक्षण और स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने के साथ-साथ छात्र-छात्राओं के व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ाने के लिए रोगियों का परीक्षण कर उपचार करने की विशेष व्यवस्था उपलब्ध है।

खुशनुमा वातावरण

कई बार यह देखा गया है कि चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य करने वाले डॉक्टर्स, नर्सेज, फार्मासिस्ट्स, टेक्नीशियंस, छात्र-छात्राएँ और अन्य कर्मचारी कार्य करते-करते तनावग्रस्त हो जाते हैं, जिससे न केवल उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है, बल्कि उनकी कार्यशैली भी प्रभावित होती है। इस भयावह तथ्य को ध्यान में रखते हुए अच्छे चिकित्सा संस्थानों में समय-समय पर तनाव दूरकर खुश रहने के लिए वर्कशॉप्स, योगा क्लासेज, ट्यूटोरियल्स आदि का आयोजन किया जाता है।

रोजगारपरक कौशल विकास

अच्छे चिकित्सा संस्थान अपने छात्र-छात्राओं के रोजगारपरक कौशल विकास को सुनिश्चित करने के लिए अपने परिसर में सभी प्रकार की शैक्षणिक एवं शिक्षणेत्तर सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं। मेडिकल, पैरामेडिकल, डेंटल, आयुर्वेद, नर्सिंग व फार्मेसी के क्षेत्र में चिकित्सा एवं विज्ञान की अत्याधुनिक प्रणालियों के प्रयोग एवं बेहतरीन शिक्षण-प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगारपरक कौशल विकास को एक नई दिशा प्रदान करने का यह सामूहिक प्रयास छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास में विशेष रूप से सहायक हो रहा है।

महत्वपूर्ण संस्थान

• एम्स, दिल्ली — अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली
• पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ — पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़.
• सीएमसी, वेल्लोर —  क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर
• केएमसी, मणिपाल — कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल
• जेआईपीएमईआर, पुडुचेरी — जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पुडुचेरी
• केजीएमयू, लखनऊ — किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
• बीआईयू, बरेली - बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, बरेली
 
(यह सूची उदाहरण-मात्र है)

उपलब्ध पाठ्यक्रम

पीएचडी, एमबीबीएस, एमडी, बीएएमएस, एमएस, बीडीएस, एमडीएस, एमएससी व बीएससी (नर्सिंग), बीएससी (ऑप्टोमेट्री), बीएससी (फोरेंसिक साइंस), एमपीटी, बीपीटी, एमपीएच, एमएचए, एम फार्मा, बी-फार्मा, डी-फार्मा, एएनएम, जीएनएम, डिप्लोमा (एमआरआई टेक्नीशियन), डिप्लोमा (डाइलेसिस टेक्नीशियन) व डिप्लोमा (डेंटल मैकेनिक्स)।


प्रस्तुति : 
'वंदे ब्रज वसुंधरा' सूक्ति को आत्मसात कर जीवन जीने वाले वृंदावनवासी डॉ अवनीश सिंह चौहान (जन्म 4 जून, 1979) का नाम वेब पर हिंदी नवगीत की स्थापना करने वालों में शुमार है। वर्तमान में वे बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, बरेली के मानविकी एवं पत्रकारिता महाविद्यालय में प्रोफेसर और प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं।

Programs in Medical, Ayurveda, Dental, Nursing, Paramedical, Pharmacy, etc

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