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शनिवार, 8 जनवरी 2011

अखिल भारतीय साहित्य कला मंच ने किया साहित्यकारों को सम्मानित


मुरादाबाद - २६ दिसम्बर, २०१०. अखिल भारतीय साहित्य कला मंच, उप्र (भारत) द्वारा आयोजित समारोह में आज यहाँ मंच द्वारा हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में विविध उपलब्धियों के लिए बीस विभूतियों को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया।

कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डॉ एम शेषन, चेन्नई (तना) कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रख्यात हिन्दी सेवी मेजर राजेन्द्र कुमार मेहरोत्रा, ग्वालियर (मप्र), विशिष्ट अतिथि डॉ शेख मौला अली, गुन्टूर (आन्ध्र प्रदेश); डॉ जोहरा अफजल, कश्मीर (ज व कश्मीर), और डॉ ओमराज, काशीपुर (उख) द्वारा सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन करने के साथ हुआ।
प्रेम एवं सौन्दर्य के कवि श्री महेश 'मधुकर' (बरेली) ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की।तत्पश्चात मंच के संरक्षक श्री लक्ष्मण प्रसाद अग्रवाल (मुरादाबाद), श्री राजकुमार अग्रवाल और श्री मनोज कुमार अग्रवाल (चाँदपुर) ने मुख्य अतिथि, कार्यक्रम अध्यक्ष, और विशिष्ट अतिथियों को बैज लगाकर एवं माल्यार्पण करके स्वागत किया। स्वागत भाषण श्री मनोज कुमार अग्रवाल, संरक्षक मंच ने प्रस्तुत किया। तत्पश्चात्‌ डॉ० रामगोपाल भारतीय, (मेरठ) महासचिव, ने मंच का परिचय देते हुए मंच की उपलब्धियों की चर्चा की।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में कार्यक्रम के अध्यक्ष मेजर राजेन्द्र कुमार मेहरोत्रा, ग्वालियर (मप्र), और मुख्य अतिथि डॉ एम शेषन, द्वारा डॉ मणिभूषण मिश्र की शोधकृति सत्यमेव जयते, डॉअनिल शर्मा 'अनिल' की अभिप्राय(काव्य संग्रह) और डॉ अरुण रानी सहायक प्रोफेसर, हिन्दी (चान्दपुर) की सद्य प्रकाशित शोध-कृति- 'निर्गुण सन्तकाव्य और आध्यात्मिक चेतना' का लोकार्पण किया गया। इसके पश्चात्‌ हरिशंकर शर्मा 'अकेला' की सद्यः प्रकाशित कृति 'हिन्दी ग़ज ल का इतिहास' तथा शिवशंकर यजुर्वेदी द्वारा सम्पादित गीतप्रिया (हिन्दी त्रौमासिक) पत्रिका का लोकार्पण विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर ओमराज ने किया। तत्पश्चात्‌ साहित्य सृजन हेतु डॉ एमशेषन,चेन्नई, डॉ० रामचन्द्र राय (शान्ति निकेतन); डॉलक्ष्मण सिंह 'बटरोही (नैनीताल); डॉ अजय शर्मा (जालंधर); श्री शिवभजन कमलेश (लखनऊ); डॉ रामप्रकाश सक्सेना (नागपुर); डॉ हरिमोहन (आगरा); डॉ जोहरा अफ ज ल (श्रीनगर); डॉ शेखमौला अली (गुन्टूर); डॉ जोराम अनियाताना (पापुमपारे);डॉ वीआररालते (आइजोल); डॉ अन्जना वर्मा (मुजफ्फरपुर); श्री सुमनेश सुमन (मेरठ); श्री आर्यभूषण गर्ग (धामपुर); श्री महेश 'मधुकर' (बरेली); डॉ विनीता कुमारी (नई दिल्ली); डॉ शरद नारायण खरे (मण्डला); श्री योगेन्द्र पाल सिंह विश्नोई (मुरादाबाद); डॉ किश्वर सुल्ताना (रामपुर); श्री छन्दराज पारदर्शी (उदयपुर) को मंच की ओर से विविध सम्मानों से सम्मानित/पुरस्कृत किया गया। उन्हें शाल, प्रतीक चिन्ह, सम्मान पत्र और नकद राशि भेंट की गयी। इस अवसर पर कबीर शान्ति मिशन, उप्र की ओर से डॉ जेएस राठौर (बरेली) और प्रोफेसर केडी जोशी (चान्दपुर) को भी शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

इसी अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष ने 'अन्तर्राष्ट्रीय सन्दर्भ और हिन्दी की भूमिका' पर बोलते हुए मानवीय मूल्यों, विश्व मानवता और विश्व शान्ति की स्थापना के लिए हिन्दी के साहित्यकारों को निरन्तर सृजन करने हेतु आह्नान किया। मुख्य अतिथि ने 'हिन्दी की दशा एवं दिशा' पर अपना वक्तव्य देते हुए हिन्दी की उपयोगिता पर प्रकाश डाला और दक्षिण के साहित्यकारों की उपेक्षा की ओर इंगित किया। विशिष्ट अतिथि डॉ शेख मौला अली ने भारतीय संस्कृति के अनुरूप काव्य सृजन करने हेतु साहित्यकारों को प्रेरित किया और आयकर विभाग में हिन्दी की स्थिति को बताया। इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ जोहरा अफजल ने भी साहित्य के महत्व और साहित्यकार के दायित्व को उद्‌घाटित किया। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर ओमराज ने वैश्विक एकता में हिन्दी साहित्य की महत्ता और साहित्यकार के दायित्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर सम्मानित साहित्यकारों ने संस्कृति एवं साहित्य के संवर्द्धन में साहित्यकारों की भूमिका को बताया। कार्यक्रम का संचालन डॉ० रामगोपाल भारतीय तथा डॉ अम्बरीष कुमार गर्ग ने संयुक्त रूप में किया। आभार संस्थापक अध्यक्ष- डॉ महेश 'दिवाकर' ने किया। समारोह में इस अवसर पर अनेक प्रान्तों के साहित्यकार मौजूद थे। प्रो रामप्रकाश गोयल (बरेली); डॉ परमेश्वर गोयल (पूर्णिया); डॉ प्रभा कपूर (मुरादाबाद); डॉ विनय कुमार मालवीय (इलाहाबाद); डॉ केएस चौहान;डॉ राकेश कुमार; डॉ जेएस राठौर, डॉ केडी जोशी, डॉ अरूण रानी (चाँदपुर); रवीन्द्र मोहन 'अनगढ़'; रामप्रकाश'ओज', डॉ मीना कौल (मुरादाबाद); डॉ दिनेश चमोला (देहरादून), डॉ ऋजु पंवार (मेरठ); रमेश सोबती (फगवाडा); डॉ ओमप्रकाश सिंह (रायबरेली); डॉ विनोद कुमार 'प्रसून' (नोयडा); मनु स्वामी (मुजफ्फर नगर); डॉ सुनील अग्रवाल (चन्दौसी); डॉ रघुवीरशरण शर्मा (रामपुर); अनिल शर्मा 'अनिल' (धामपुर); सत्यपाल सत्यम, समीर मण्डल, डॉ सुधाकर 'आशावादी', सुमनेश 'सुमन', कौशल कुमार, श्री अनिल सिसौदिया, (मेरठ); डॉ आरसीशुक्ला, डॉ नीरू कपूर, डॉ राजीव शर्मा, डॉ चन्द्रभान सिंह यादव, डॉ मुकेश कुमार गुप्ता, ब्रजभूषण सिंह गौतम 'अनुराग', डॉ मयंक पंवार, डॉ अभय कुमार, डॉ स्वाति पंवार, डॉ अनुराधा पंवार, डॉ संज्ञा गोयल, महेश पाल सिंह राघव, योगेन्द्र पाल सिंह विश्नोई, वीरेन्द्र 'बृजवासी', आनन्द गौरव,रामलाल 'अन्जाना', चन्द्रशेखर 'मयूर', रघुराज सिंह 'निश्चल', सतीश फिगार, श्री योगेन्द्र 'व्योम', वीरेन्द्र सिंह राजपूत, विवेक 'निर्मल', डॉ. माहेश्वर तिवारी,, अवनीश सिंह चौहान आदि साहित्यकार उपस्थित थे। 

कार्यक्रम के द्वितीय चरण में स्थानीय और बाहर से आये साहित्यकारों की कविगोष्ठी भी आयोजित की गयी, जिसकी अध्यक्षता डॉ. माहेश्वर तिवारी ने की। आभार संस्थापक अध्यक्ष- डॉ महेश 'दिवाकर' ने किया।

Akhil Bhartiya Sahitya Kala Manch Ne Kiya Sahityakaron Ko Sammanit

1 टिप्पणी:

  1. Dr.Mahesh Diwaker ji hindi sahitya ke kshetra mein ullekaniya karya ker rahe hain . Itne bade star per sahityakaron ko sammanit kerna , dhan jutana aur prachar prassar kerna apne aap mein unki ek badi uplabdhi hai. Meri baddhai sweekar karen.

    Dr. Urmilesh

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