मुरादाबाद : २७ फरवरी. अत्यंत आत्मीय भाव से हुए सम्मान समारोह में प्रख्यात कवि और गीतकार गोपालदास नीरज ने कहा कि साहित्य को संजोकर रखने की जिम्मेदारी सुधी श्रोताओं पर है। आरोही कला संस्थान की ओर से श्री नीरज का नागरिक अभिनंदन रविवार की शाम को मिगलानी सेलीब्रेशन में किया गया।
86 वर्षीय श्री नीरज ने कहा कि यह मेरी शब्द साधना का अत्यंत भाव भरा अभिनंदन है। उन्होंने अपनी बहुचर्चित गीत कारवां गुजर गया के साथ ही युद्ध न होने देंगे से अहिंसा और प्रेम का संदेश दिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय हिंदी अकादमी के सदस्य डा.योगेंद्र नाथ शर्मा 'अरुण' ने कहा कि आयु की अधिकता का बहाना लेकर जिम्मेदारी से बचने वालों के लिए नीरज जीवंत और अनुकरणीय उदाहरण हैं। विशिष्ट अतिथि नवगीतकार माहेश्र्वर तिवारी और डा.सम्राट सुधा रहे। अध्यक्षता शचींद्र भटनागर ने की और संचालन डा. जगदीप कुमार ने किया। स्वागत राकेश खन्ना ने किया।
इस मौके पर पूर्व पालिका अध्यक्ष लक्ष्मण प्रसाद अग्रवाल, नगर आयुक्त लालजी राय, शिव मिगलानी, वीरेंद्र अग्रवाल, डा. जयपाल सिंह व्यस्त, जुगनू जादूगर, अंबरीष गर्ग, आईबी सक्सेना, डा.आरपी शर्मा, विजय अग्रवाल, डा. महेश दिवाकर, डा. इंदिरा रानी, तेजपाल सिंह, कृष्ण कुमार 'नाज़' आदि मौजूद रहे। आयोजन को लेकर आरोही द्वारा विशेष तैयारियां की गई थीं। आयोजन में पहुंचे विभिन्न क्षेत्र के लोगों, जिनमें गीत-पहल संपादक मंडल- आनंद कुमार 'गौरव', योगेन्द्र वर्मा 'व्योम' तथा अवनीश सिंह चौहान भी शामिल हैं, ने भी श्री नीरज को पुष्प देकर सम्मानित किया।
86 वर्षीय श्री नीरज ने कहा कि यह मेरी शब्द साधना का अत्यंत भाव भरा अभिनंदन है। उन्होंने अपनी बहुचर्चित गीत कारवां गुजर गया के साथ ही युद्ध न होने देंगे से अहिंसा और प्रेम का संदेश दिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय हिंदी अकादमी के सदस्य डा.योगेंद्र नाथ शर्मा 'अरुण' ने कहा कि आयु की अधिकता का बहाना लेकर जिम्मेदारी से बचने वालों के लिए नीरज जीवंत और अनुकरणीय उदाहरण हैं। विशिष्ट अतिथि नवगीतकार माहेश्र्वर तिवारी और डा.सम्राट सुधा रहे। अध्यक्षता शचींद्र भटनागर ने की और संचालन डा. जगदीप कुमार ने किया। स्वागत राकेश खन्ना ने किया।
इस मौके पर पूर्व पालिका अध्यक्ष लक्ष्मण प्रसाद अग्रवाल, नगर आयुक्त लालजी राय, शिव मिगलानी, वीरेंद्र अग्रवाल, डा. जयपाल सिंह व्यस्त, जुगनू जादूगर, अंबरीष गर्ग, आईबी सक्सेना, डा.आरपी शर्मा, विजय अग्रवाल, डा. महेश दिवाकर, डा. इंदिरा रानी, तेजपाल सिंह, कृष्ण कुमार 'नाज़' आदि मौजूद रहे। आयोजन को लेकर आरोही द्वारा विशेष तैयारियां की गई थीं। आयोजन में पहुंचे विभिन्न क्षेत्र के लोगों, जिनमें गीत-पहल संपादक मंडल- आनंद कुमार 'गौरव', योगेन्द्र वर्मा 'व्योम' तथा अवनीश सिंह चौहान भी शामिल हैं, ने भी श्री नीरज को पुष्प देकर सम्मानित किया।
ऐसे जनकवि का सम्मान कर हम साहित्य का सम्मान करते हैं...अच्छी रिपोर्ट...
जवाब देंहटाएंनीरज