दिल्ली: २० जून २०१२ को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में महामहिम प्रतिभा पाटिल द्वारा अभिव्यक्ति एवं अनुभूति की संपादक पूर्णिमा वर्मन को वर्ष २००८ के पद्मभूषण डॉ. मोटूरि सत्यानारायण पुरस्कार से सम्मानित किया।
इस समारोह में हिंदी साहित्य एवं भाषा के लिये अपने-अपने क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले विद्वानों को पुरस्कृत किया गया था। वर्ष २००९ के लिये यह पुरस्कार यू.एस.ए. के डॉ. सुरेन्द्र गंभीर को प्रदान किया गया। वर्ष २००७ के लिये अमेरिका की उषा प्रियंवदा तथा २००२ के लिये कैनेडा के प्रो. हरिशंकर आदेश यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले अन्य प्रसिद्ध व्यक्ति हैं।
डॉ. मोटूरि सत्यानारायण पुरस्कार एक साहित्यिक पुरस्कार है जो भारत के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत केन्द्रीय हिन्दी संस्थान द्वारा किसी ऐसे भारतीय मूल के विद्वान को दिया जाता है जिसने विदेश में हिन्दी भाषा या साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया हो। इस पुरस्कार का प्रारंभ तमिलनाडु के हिंदी सेवी एवं विद्वान मोटूरि सत्यनारायण के नाम पर १९८९ में हुआ था। इस पुरस्कार में एक लाख रुपये नकद, एक स्मृतिचिह्न, प्रशस्ति पत्र और शाल शामिल हैं। यह पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा स्वयं प्रदान किया जाता है।
मेरी मन की बात .....
जवाब देंहटाएंपूर्णिमा जी की यह उपलब्धि उनके बरसों के श्रम का प्रतिफल है और उन पर हमें गर्व है ...शुभकामनाये देते हुए ईश्वर से कहूँगी..... उन्हें ढेर से पुरस्कारों से नवाज़े !
डॉ सरस्वती माथुर
पूर्णिमा जी को बहुत बहुत बधाई ... उनके अथक परिश्रम का फल है ये ...
जवाब देंहटाएंपूर्णिमा जी को साहित्यिक शिखर सम्मान के लिए हार्दिक बधाई .
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