अशोक 'अंजुम' |
अलीगढ़ : उ. प्र.शासन द्वारा अलीगढ़ प्रदर्शनी में गत वर्ष से दिया जाने वाला 'एक लाख एक हज़ार रुपए' का 'नीरज पुरस्कार' प्रदर्शनी के समापन समारोह में दिनांक 17 फरवरी 2014 को चर्चित कवि श्री अशोक 'अंजुम' को 'नीरज पुरस्कार' एवं मुजीब शहज़र को 'शहरयार पुरस्कार' को प्रदान किया गया।
पुरस्कार प्रदानकर्ताओं में कार्यक्रम अध्यक्ष पद्मभूषण नीरज जी के साथ-साथ अलीगढ़ मण्डल के कमिश्नर श्री टी. वेंकटेश, प्रभारी जिलाधिकारी शमीम अहमद आदि के साथ मंच पर श्री धीरेन्द्र सिंह सचान (अपर जिलाधिकारी, नगर) श्री शत्रुघ्न सिंह (अपर जिलाधिकारी, प्रशासन) श्री वी.के. सिंह (अपर जिलाधिकारी, वित्त) श्री धर्मवीर सिंह (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) ठाकुर राकेश सिंह (विधायक, छर्रा) जनाब हाजी ज़मीर उल्लाह (विधायक, कोल) श्रीमती शकुन्तला भारती (महापौर, अलीगढ़) श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह (नगर आयुक्त) आदि उपस्थित थे। सभी ने इस उपलब्धि के लिए अशोक 'अंजुम' को बधाई दी।
कवि श्री अशोक 'अंजुम' ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन के मध्य कहा-
ज़िन्दगी का ज़िन्दगी से वास्ता ज़िन्दा रहे
हम जियें जब तक हमारा हौसला ज़िन्दा रहे
मेरी कविता, मेरे दोहे, गीत मेरे और ग़ज़ल
मैं रहूँ या ना रहूँ मेरा कहा ज़िन्दा रहे
इस अवसर पर्यावरणविद् श्री सुबोधनन्दन शर्मा, रंगकर्मी श्री प्रमोद राघव, श्री अशोक रावत, बसपा जिलाध्यक्ष श्री रामकुमार शर्मा, श्रीमती भारती शर्मा, देवांशी शर्मा, शायर नसीम नूरी आदि ने भी श्री अंजुम को बधाई दी। प्रदर्शनी की भव्य कृष्णांजलि नाट्यशाला में आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के अधिकांश प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ तमाम साहित्यकार, गणमान्य व्यक्ति बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।
श्री अंजुम के साथ एक लाख एक हजार रूपये का ही 'शहरयार पुरस्कार' शायर जनाब मुजीब शहज़र को प्रदान किया गया। दोनों रचनाकारों को राशि के चैक के साथ-साथ स्मृति चिन्ह्, शॉल प्रमाण-पत्र आदि प्रदान किए गए।
Ashok Anjum and Mujeeb Shahjar
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