दिल्ली: वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक विभावसु तिवारी की सद्या प्रकाशित पुस्तक 'अमिट लकीरों' का दिल्ली में पत्रकारों के मिलन समारोह में विमोचन किया गया।
नवभारत टाइम्स के पूर्व सम्पादक रामकृपाल जी ने वरिष्ठ पत्रकारों की उपस्थिति में विभावसु तिवारी की पुस्तक का विमोचन किया। पुस्तक पर अपनी टिप्पणी करते हुए रामकृपाल जी ने कहा कि यह पुस्तक विभावसु तिवारी के पत्रकारिता से जुड़े संस्मरणों का संकलन हैं। हेमन्त स्नेही ने कहा कि तिवारी जी ने अपनी इस पुस्तक में 1970 से 1980 के दशक के उन ज्वलंत राजनीतिक घटनाओं की चर्चा की है, जिनकी उन्होंने समय-समय पर रिपोर्टिंग की थी। दिलबर गोठी ने पुस्तक को महत्वपूर्ण मानते हुए कहा कि तिवारी जी ने इस पुस्तक में अपनी जीवन यात्रा को लेकर भी कुछ संस्मरण लिखे हैं।
अन्य कई विद्वानों का मनना रहा कि आम पाठक विशेष रूप से युवा पत्रकार तिवारी जी के संस्मरणों के माध्यम से समकालीन राजनीतिक घटनाक्रमों और तत्कालीन सामाजिक जीवन के प्रमुख पहलुओं से अवगत होंगे। पत्रकारिता में अध्ययनरत छात्र इसका भरपूर लाभ उठा सकेंगे।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकारों में सर्वश्री शकील अख्तर, श्रीकरंत शर्मा, आशीष पांडे, राजेश मित्तल, सुश्री नमिता सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
Book Release; Amit Lakeeren by Vibhavasu Tiwariनवभारत टाइम्स के पूर्व सम्पादक रामकृपाल जी ने वरिष्ठ पत्रकारों की उपस्थिति में विभावसु तिवारी की पुस्तक का विमोचन किया। पुस्तक पर अपनी टिप्पणी करते हुए रामकृपाल जी ने कहा कि यह पुस्तक विभावसु तिवारी के पत्रकारिता से जुड़े संस्मरणों का संकलन हैं। हेमन्त स्नेही ने कहा कि तिवारी जी ने अपनी इस पुस्तक में 1970 से 1980 के दशक के उन ज्वलंत राजनीतिक घटनाओं की चर्चा की है, जिनकी उन्होंने समय-समय पर रिपोर्टिंग की थी। दिलबर गोठी ने पुस्तक को महत्वपूर्ण मानते हुए कहा कि तिवारी जी ने इस पुस्तक में अपनी जीवन यात्रा को लेकर भी कुछ संस्मरण लिखे हैं।
अन्य कई विद्वानों का मनना रहा कि आम पाठक विशेष रूप से युवा पत्रकार तिवारी जी के संस्मरणों के माध्यम से समकालीन राजनीतिक घटनाक्रमों और तत्कालीन सामाजिक जीवन के प्रमुख पहलुओं से अवगत होंगे। पत्रकारिता में अध्ययनरत छात्र इसका भरपूर लाभ उठा सकेंगे।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकारों में सर्वश्री शकील अख्तर, श्रीकरंत शर्मा, आशीष पांडे, राजेश मित्तल, सुश्री नमिता सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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