कार्यक्रम : ‘बॉम्बे मेरी जान’ (पुस्तक लोकार्पण और परिचर्चा)
लेखिका जयंती रंगनाथन
समय : शनिवार शाम 6:30 बजे (17 जून 2017)
स्थान : ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर, एन-81 कनॉट प्लेस, नयी दिल्ली
लेखिका जयंती रंगनाथन
समय : शनिवार शाम 6:30 बजे (17 जून 2017)
स्थान : ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर, एन-81 कनॉट प्लेस, नयी दिल्ली
‘बॉम्बे मेरी जान’ में लेखिका ने मुम्बई से अपने रिश्तों को उजागर किया है। एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मी जयंती जब मुम्बई आयीं तो सब अनजाना था। लेकिन डेढ़ दशक रहते हुए लेखिका ने मुम्बई को अपना शहर बना लिया । उन्होनें मुम्बई इतनी गहराई तक अपना रिश्ता कायम किया कि दिल्ली में आने के बाद वह सालों तक वहाँ की तेज़ी, रवानगी, प्रोफ़ेशनलिज़्म और हल्ला-गुल्ला मिस करती रहीं। आज भी करती हैं। उनके सपनों में आज भी मुम्बई जागता है, जागता ही नहीं, उन्हें आज भी बुलाता है। आज भी उनके दिल के अन्दर मासूम सी खवाहिश है एक दिन
‘बॉम्बे मेरी जान’ की लेखिका चर्चित मीडियाकर्मी जयंती रंगनाथन हैं। उन्होनें पढ़ाई बैंकर बनने के लिए की थी। मुम्बई में एम. कॉम. के बाद टाइम्स ऑफ इंडिया की प्रतिष्ठित पत्रिका’ ‘धर्मयुग’ में काम करने का मौका मिला तो लेखिका को लगा कि यही उनका शौक है और पेशा भी। दस साल कार्य करने के पश्चात वह कुछ वर्षों तक ‘सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविज़न’ से जुड़ीं। ‘वनिता’ पत्रिका आरम्भ करने के लिए दिल्ली आयीं। ‘अमर उजाला’ से होते हुए पिछले छह सालों से ‘दैनिक हिन्दुस्तान’ में हैं। फीचर के अलावा ‘नन्दन’ की सम्पादक हैं। जयंती रंगनाथन चार सीरियल के अलावा तीन उपन्यास और एक कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं।
परिचर्चा में शामिल होंगे आकांक्षा पुण्डीर कंसलटेंट, लाइफ कोच एवं ट्रेनर, आर जे रौनक रेडियो जॉकी , अभिज्ञान प्रकाश एंकर एवं मीडिया विशेषज्ञ, जयंती रंगनाथन लेखिका व अदिति माहेश्वरी-गोयल निदेशक, वाणी प्रकाशन से ।
आकांक्षा पुण्डीर नवाचार परामर्शदाता और बेयरफुट लाइटिंग की संस्थापक हैं। यह संस्था विकासशील देशों में हाशिए पर रहने वाले किसानों के लिए काम करने वाली एक कृषि तकनीकी कम्पनी है।
उनका जुनून नवाचार के लिए उनके विश्वास से उत्पन्न हुआ है । उनका विश्वास है कि मानवीय प्रयास नाटकीय परिवर्तन और नवाचार के संचालक हैं क्योंकि वह नवीन विचारधारा के साथ आगे बढ़ते हैं।
अपने खाली समय में वह पर्वतारोहण, मैराथन दौड़, साइकिल चलाना, स्कूबा डाइविंग आदि में बिताना पसन्द करती हैं। उनका निवास स्थान दिल्ली में है जहाँ वे अपने पति और पाँच कुत्तों के साथ रहती हैं ।
आर जे रौनक 93.5 रेड एफएम दिल्ली -एयर कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। दिल्ली में निवास करते हैं। हास-परिहास की दुनिया में उनका नाम बेजोड़ है।
उनका नाम बउआ, सुकुमार, बैण्ड, मुर्गा और स्थानीय समाचारों के प्रस्तुतीकरण के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। अनेक गुणों से युक्त रौनक रेडियो जॉकी के सर्वाधिक लोकप्रिय होस्ट के रूप में प्रसिद्ध हैं।
एनडीटीवी इंडिया हिन्दी समाचार चैनल में कार्यकारी संपादक अभिज्ञान प्रकाश वरिष्ठ पत्रकार हैं। वह हिन्दी समाचार–पत्र दैनिक जागरण के स्वतंत्र स्तम्भकार है। उन्होंने रवीश कुमार के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में घूम-घूमकर किसानों की समस्या और दुर्दशा को लाइव दिखाकर जनता को उनके दर्द से अवगत कराया। नवम्बर 2013 में भारतीय प्रेस काउन्सलिंग जूरी ने अभिज्ञान प्रकाश को पत्रकारिता के क्षेत्र में ‘सर्वश्रेष्ठ पत्रकारिता राष्ट्रीय अवार्ड’ प्रदान किया।
अदिति माहेश्वरी-गोयल अंग्रेज़ी साहित्य में परास्नातक हैं। इन्होंने स्ट्रेथक्लाइड बिजनेस स्कूल, स्कॉटलैंड से बिजनेस मैनेजमेंट तथा टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस, मुम्बई से प्री-डॉक्टरल/एम.फिल. की डिग्री प्राप्त की है। आप वाणी प्रकाशन में कॉपीराइट और अनुवाद विभाग की प्रमुख तथा वाणी फ़ाउंडेशन की प्रबन्ध न्यासी हैं।
सुरों व धुनों से जादू उत्पन्न करने वाला म्यूज़िक सात सुर बैण्ड कुछ महीनों पहले परिचय में आया । जिसके उत्साही सदस्य सिद्धार्थ विश्नोई (पियानों वादक), वृषाली द्विवेदी(गीतकार) और शुभम रावत (गायक व गिटारवादक) हैं।
वाणी प्रकाशन ने विगत 55 वर्षों से हिन्दी प्रकाशन के क्षेत्र में कई प्रतिमान स्थापित किये हैं। वाणी प्रकाशन को फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स द्वारा ‘डिस्टिंग्विश्ड पब्लिशर अवार्ड’ से नवाजा गया है। वाणी प्रकाशन अब तक 6000 से अधिक पुस्तकें और 2500 से अधिक लेखकों को प्रकाशित कर चुका है। हिन्दी के अलावा भारतीय और विश्व साहित्य की श्रेष्ठ रचनाओं का प्रकाशन कर इसने हिन्दी जगत में एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। नोबेल पुरस्कार, साहित्य अकादेमी पुरस्कार, भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार और अनेक लब्ध प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त लेखक वाणी प्रकाशन की गौरवशाली परम्परा का हिस्सा हैं। हाल के वर्षों में वाणी प्रकाशन ने अंग्रेजी में भी महत्त्वपूर्ण शोधपरक पुस्तकों का प्रकाशन किया है। भारतीय परिदृश्य में प्रकाशन जगत की बदलती हुई जरूरतों को ध्यान में रखते हुए वाणी प्रकाशन ने राजधानी के श्रेष्ठ पुस्तक-केन्द्र आक्सफोर्ड बुकस्टोर के साथ मिलकर कई महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम-शृंखला की शुरुआत की है जिनमें ‘हिन्दी महोत्सव’ उल्लेखनीय है। बॉम्बे मेरी जान पर आयोजित होने वाली परिचर्चा भी वाणी प्रकाशन और ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर के स्वस्थ सम्बन्धों की दिशा में एक अगला कदम है।
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