दिल्ली: विश्व पुस्तक मेला में दिनांक 7 जनवरी 2020 को वाणी प्रकाशन के स्टॉल : 233-252 (हॉल.12.ए) पर सुप्रसिद्ध कथाकार एवं पत्रकार गीताश्री का उपन्यासत्रयी का प्रथम खण्ड 'वाया मीडिया' का, पत्रकार के जगत की प्रतिष्ठित महिलाओं के बीच लोकार्पण किया गया। यह उपन्यास नब्बे के दशक की महिला पत्रकारों के जीवन तथा उनकी चुनौतियों पर आधारित है।
पुस्तक विमोचन में वरिष्ठ महिला पत्रकार कल्याणी, पत्रकार सुषमा, पत्रकार ईरा झा, पत्रकार सर्वप्रिया, लेखिका व पत्रकार जयंती रंगनाथन, पत्रकार रेणु अगल, पत्रकार मंजरी चतुर्वेदी, पत्रकार अन्नू आनन्द, पत्रकार प्रतिभा ज्योति, पत्रकार आकांक्षा पारे और कथाकार एवं पत्रकार गीताश्री जी उपस्थित थीं। वाणी प्रकाशन की निदेशक अदिति माहेश्वरी ने कथाकार एवं पत्रकार जयंती रंगनाथन का मंच संचालन के लिये स्वागत किया।
दर्शकों को सम्बोधित करते हुए जयंती रंगनाथन ने बताया कि कैसे उन्हें गर्व है स्वयं के एक पत्रकार होने पर। उन्हें खुशी है कि पत्रकारिता में उन्हें महिला पुरुष में नहीं बाँटा जाता। उन्होंने पत्रकारिता में चुनौती पर बात की। सबसे पहले उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार सुषमा जी का मंच पर स्वागत किया कि वह, गीताश्री के साथ अपने अनुभवों को साझा करें। पत्रकार सुषमा ने बताया कि कैसे गीताश्री के साथ उनका अनुभव आनन्दमय रहा। उन्होंने उनके उपन्यास के लिए बधाईयाँ दी। पत्रकार जयंती ने ईरा झा को एक आदर्श पत्रकार सम्बोधित करते हुए मंच पर बुलाया। पत्रकार ईरा झा ने बताया कि कैसे गीताश्री अपने पत्रकार पेशे के दौरान रातों में भी कम किया करती थीं।
मंच पर उपस्थित सभी पत्रकारों में से युवा पत्रकार सर्वप्रिया जी ने बताया कि कैसे यह उपन्यास, आगे आने वाली सभी महिलाओं के लिए मददगार साबित होगा। इसी में पत्रकार प्रतिभा ज्योति जी ने कहा कि एक महिला पत्रकार किस प्रकार ख़बरे ढूँढती हैं, इस दौरान उन्हें किन - किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है, इन सब का उल्लेख बड़ी खूबसूरती से उपन्यास में किया गया है। पत्रकार अनु अगल जी को गीताश्री के शुरुआती पत्रकारिता के दिनों में ही उनके फ़ीचर लेखन को पढ़ मालूम हो गया था कि आगे जा कर वह एक बड़ी कथाकार बनने वाली हैं। मंजरी चतुर्वेदी जी ने इस उपन्यास के लिए गीताश्री जी को बधाई दी, क्योंकि उनके अनुसार इस उपन्यास से पत्रकारिता विषय में और कई आयामों का विस्तार होगा।
पत्रकार जयंती रंगनाथन जी ने सबसे आख़िर में कथाकार गीताश्री को बुलाया। गीताश्री जी ने मंच पर उपस्थित प्रत्येक पत्रकारों का आत्मीय परिचय देते हुए, उन्हें और सभी दर्शकों के धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्हें अपने पत्रकार होने पर ख़ुशी भी है और गर्व भी, और चर्चा के बाद सभी अतिथियों के द्वारा मिलकर 'वाया मीडिया' उपन्यास का लोकार्पण श्रोताओं की तालियों के बीच किया गया।
Via Media by Gita Shree
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