वृन्दावन : आचार्य शिवम ने दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड द्वारा आयोजित टीजीटी (संस्कृत) परीक्षा भी उत्तीर्ण (मंगलवार, 21 दिसंबर 2021) कर ली है। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए 'लोएस्ट मेरिट' 82 गई है, जबकि आचार्य जी ने 118.5 अंक प्राप्त किए हैं। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने पर हर्ष व्यक्त करते हुए आचार्य शिवम् ने कहा— "मैं वृन्दावनवासी हूँ। श्री बाँकेबिहारी जी और श्री राधारानी जी के चरण-कमलों को छोड़कर अब कहीं और जाने की इच्छा शेष नहीं रही।"
इससे कुछ दिन पहले ही उनकी मथुरा जनपद के एक सरकारी विद्यालय— श्री राष्ट्रीय इण्टर कॉलेज में संस्कृत शिक्षक (टीजीटी) पद पर नियुक्ति हो गई थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित उक्त परीक्षा में 480 (500 में) अंक प्राप्त किए थे। नियुक्ति होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आचार्य शिवम् ने कहा— "परम पूज्या माता जी, पिता जी, गुरुजनों के आशीर्वाद एवं श्री बाँके बिहारी जी की असीम अनुकम्पा से उत्तर प्रदेश शासन के माध्यमिक शिक्षा विभाग में टीजीटी-संस्कृत के पद पर कार्यभार ग्रहण कर लिया है। अब जीवन का एक नया अध्याय प्रारम्भ हो गया है; हमारी संस्कृति और देवभाषा संस्कृत के प्रति और भी जिम्मेदारियाँ बढ़ गयी हैं।"
स्वभाव से अति विनम्र और मितभाषी आचार्य शिवम ने वृंदावन (मथुरा) में संस्कृत भाषा एवं साहित्य के मूर्धन्य विद्वान परम श्रद्धेय श्री राजाराम मिश्र (धर्म संघ एवं दण्डी आश्रम), (स्व) श्री शिवकरन पाण्डेय, श्री बनवारी लाल गौड़, डॉ रामदत्त मिश्र आदि गुरुजनों के श्रीचरणों में बैठकर संस्कृत परिपाटी से 'प्रथमा से आचार्य तक' विद्यार्जन किया और सदैव प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। तदुपरांत इन्होंने बन महाराज इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एण्ड टेक्नोलॉजी, वृन्दावन (आगरा विश्वविद्यालय से सम्बद्ध) से बीएड की परीक्षा भी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। क्रिकेट, बैडमिंटन एवं चेस में विशेष रूचि रखने वाले आचार्य जी कॉलेज स्तर पर बैडमिंटन में गोल्ड मेडल और चेस में सिल्वर मेडल भी प्राप्त कर चुके हैं।
सरकारी सेवा में आने से पहले वे ब्रजमण्डल के ही दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) में 'विभागाध्यक्ष' (संस्कृत) तथा 'परीक्षा नियंत्रक' के रूप में पिछले लगभग 7 वर्ष से सेवाएँ दे रहे थे। इन्हें कई बार दिल्ली पब्लिक स्कूल के छात्रों ने 'वाल्किंग एन्साइक्लोपीडिया' ख़िताब से भी अलंकृत किया है। 'बृज संदेश', 'पूर्वाभास', 'क्रिएशन एंड क्रिटिसिज्म', 'आईजेएचईआर', 'भाषांतर' आदि के लिए वेबसाइट निर्माण तथा अन्य तकनीकी सहयोग देने वाले आचार्य शिवम के लेख 'बुद्धिनाथ मिश्र की रचनाधर्मिता' (2013) पुस्तक सहित 'देश धर्म', 'हिंदुस्तान', 'साहित्य कुंज', 'रचनाकार', 'वसुधा', 'पूर्वाभास' , 'क्रिएशन एण्ड क्रिटिसिज्म' आदि ऑफलाइन एवं ऑनलाइन पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
परम पूज्य पिताजी श्री प्रह्लाद सिंह चौहान, प्रातः वन्दनीया माताजी श्रीमती उमा चौहान, दादा डॉ अवनीश सिंह चौहान, भाभी नीरज चौहान, बड़ी बहनें— डॉ प्रियंका व दीपिका, बहनोई— गौरव राजावत एवं सोनू तोमर और परिवार के अन्य सदस्यों की ओर से लला (आचार्य शिवम) को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ।
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पूर्वाभास में पढ़िए :
क्रिएशन एण्ड क्रिटिसिज्म में पढ़िए :
Shivam Singh (Acharya Shivam), Sanskrit, Vrindavan, Mathura, Uttar Pradesh, India
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