बरेली (नवम्बर 20, 2023): कमोडिटी डेरिवेटिव्स के बारे में जन-जागरूकता लाने के उद्देश्य से बरेली इंटरनेशनल यूनीवर्सिटी के 'बीआईयू कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट', 'बीआईयू कॉलेज ऑफ फार्मेसी', 'बीआईयू कॉलेज ऑफ नर्सिंग' एवं 'बीआईयू कॉलेज ऑफ़ ह्यूमनिटीज एण्ड जर्नलिज्म' में संयुक्त रूप से कमोडिटी डेरिवेटिव्स पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसमें एनसीडीईएक्स से पधारे प्रोफेसर उत्तम कुमार (लखनऊ) ने धारदार वक्तव्य देकर छात्र-छात्राओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ 'नैक कोर्डिनेटर' प्रो संजीव माहेश्वरी, 'बीआईयू कॉलेज ऑफ फार्मेसी' के प्राचार्य प्रो पुष्पेंद्र कनौजिया, 'बीआईयू कॉलेज ऑफ नर्सिंग' की प्राचार्या प्रो प्रियंका मसीह एवं उप-प्राचार्या डॉ अनीथा पी. तथा 'बीआईयू कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट' एवं 'बीआईयू कॉलेज ऑफ़ ह्यूमनिटीज एण्ड जर्नलिज्म' के प्राचार्य डॉ अवनीश सिंह चौहान द्वारा कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो उत्तम कुमार को पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया।
कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए प्रो उत्तम कुमार ने बताया कि समाज में सही जानकारी का न होना और गलत धारणाओं के पनपने से देश के प्रमुख संस्थान— 'नेशनल कमोडिटी एण्ड डेरिवेटिव एक्सचेंज' (एनसीडीईएक्स) ने एक राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान प्रारम्भ किया है, जिसका मूल उद्देश्य भारतीय समाज को जागरूक कर कमोडिटी डेरिवेटिव्स से सम्बंधित वित्त एवं व्यापार की प्रगतिशील योजनाओं से अवगत कराना है।
जागरूकता सन्देश
इस कार्यक्रम के माध्यम से बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के उपर्युक्त चार महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को कमोडिटी डेरिवेटिव्स से कनेक्ट करने की सुनहरी शुरुआत की गयी। इस कार्यक्रम में उपस्थित श्रोताओं ने संपत्ति के रूप में कमोडिटी की अवधारणा और कमोडिटी डेरिवेटिव्स के विश्वव्यापी बाजार को जाना-समझा और इससे सम्बंधित नवीन स्किल्स को बेहतर तरीके से सीखने का प्रयास किया।
मुक्तकंठ से प्रशंसा
कार्यक्रम के सफल आयोजन पर बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी की माननीया कुलपति डॉ लता अग्रवाल व कुलसचिव डॉ एस के ठाकुर ने कार्यक्रम संयोजक डॉ अवनीश सिंह चौहान व उपस्थित आचार्यगण डॉ सुनील कुमार, अजय उपाध्याय, अतुल बाबू, चारु शर्मा, डॉ उदय भास्कर, बबिता, मोनिका, श्वेता शर्मा, सकीहा, मुस्कान, धर्मवीर, सुखवेंद्र, सनी पटेल, प्रांजल गंगवार, मोहिनी गुप्ता व विनीत राठौर सहित सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी का कार्य प्रवीण कुमार ने किया।
समाचार प्रस्तुति :
'वंदे ब्रज वसुंधरा' सूक्ति को आत्मसात कर जीवन जीने वाले वृंदावनवासी डॉ अवनीश सिंह चौहान (जन्म 4 जून, 1979) का नाम वेब पर हिंदी नवगीत की स्थापना करने वालों में शुमार है। वर्तमान में वे बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, बरेली के मानविकी एवं पत्रकारिता महाविद्यालय में प्रोफेसर और प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं।
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